
Samastha Public Exam Result 2025: सामसथा केरल सुन्नी एजुकेशन बोर्ड ने 10 मार्च 2025 को कक्षा 5, 7, 10 और 12 की मदरसा सार्वजनिक परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए हैं। जो छात्र इस परीक्षा में शामिल हुए थे, वे आधिकारिक वेबसाइट samastha.in पर जाकर अपने रिजल्ट चेक कर सकते हैं।
इस साल परीक्षा में कितने छात्र शामिल हुए?
इस साल 8 और 9 फरवरी 2025 को आयोजित सामसथा पब्लिक एग्जाम में कुल 1,87,835 छात्र शामिल हुए। परीक्षा के लिए 6,417 केंद्र बनाए गए थे। इनमें से 1,83,360 छात्र पास हुए और उच्च शिक्षा के लिए योग्य घोषित किए गए।
Samastha Exam 2025: पास प्रतिशत और टॉपर्स
कक्षा | पास प्रतिशत |
---|---|
5वीं | 95.77% |
7वीं | 97.65% |
10वीं | 99% |
12वीं | 98.05% |
टॉपर्स लिस्ट 2025
- कक्षा 5: 17,985 छात्रों ने सभी विषयों में A+ प्राप्त किया।
- कक्षा 7: 9,863 छात्रों ने सभी विषयों में शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
- कक्षा 10: 5,631 छात्रों को A+ ग्रेड मिला।
- कक्षा 12: 931 छात्रों ने सभी विषयों में A+ प्राप्त किया।
यह परिणाम दर्शाता है कि छात्रों ने इस साल शानदार प्रदर्शन किया है।
Samastha Public Exam Result 2025: ऐसे करें ऑनलाइन चेक
यदि आप अपना रिजल्ट देखना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करें:
- सबसे पहले samastha.in वेबसाइट पर जाएं।
- “Result” सेक्शन पर क्लिक करें।
- अपनी कक्षा (5वीं, 7वीं, 10वीं, 12वीं) का चयन करें।
- रोल नंबर और अन्य आवश्यक जानकारी दर्ज करें।
- “Submit” बटन पर क्लिक करें।
- स्क्रीन पर आपका रिजल्ट प्रदर्शित होगा, जिसे आप डाउनलोड और प्रिंट भी कर सकते हैं।
छात्र result.samastha.info पर जाकर भी अपने परिणाम देख सकते हैं।
Samastha Result 2025: रीचेकिंग और पुनर्मूल्यांकन की प्रक्रिया
अगर किसी छात्र को अपने रिजल्ट में किसी प्रकार की आपत्ति है या उसे लगता है कि उसे अपेक्षित नंबर नहीं मिले हैं, तो वह 13 मार्च से 20 मार्च 2025 तक पुनर्मूल्यांकन (Re-evaluation) के लिए आवेदन कर सकता है। इसके लिए प्रति विषय ₹100 शुल्क देना होगा।
परीक्षा आयोजन और मूल्यांकन प्रक्रिया
- परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए 8,540 पर्यवेक्षकों और 145 अधीक्षकों की नियुक्ति की गई थी।
- उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 145 मूल्यांकन केंद्रों में 7,985 परीक्षकों को नियुक्त किया गया था।
- परीक्षा का आयोजन न केवल केरल में बल्कि तमिलनाडु, कर्नाटक, अंडमान और लक्षद्वीप में भी किया गया था।